भगवती जान्हवी मां गंगा भागीरथी की गोद में वसी यह दिव्य स्थली शिवकुटी तीर्थराज प्रयाग राज है। तथा पूज्य श्री प्रबल जी महाराज प्रतिवर्ष तीर्थराज प्रयाग का कल्पवास सेवन करने हेतु अवश्य पधारतें हैं। उनकी त्याग तपस्या – व कर्मों से सभी की भावना पूज्य श्री के चरणों में समर्पित रहती है। पूज्य श्री महाराज का भी अपना शिष्य परिवार स्वनाम धन्य श्री नरेंद्र सिंह राणा अपने पूज्य पिता श्री गोपीनाथ सिंह राणा की स्मृति में पूज्य श्री महाराज को भूमि व् भवन प्रदान कर अपने कुल का आधार प्रशस्त किया। धन्य है राणा परिवार। वस्तुतः राणा परिवार मूल्यतः मारवाड़ से हैं, इलाहाबाद में ख्याति प्राप्त है। भगवती की विशेष कृपा है। आप विद्यालय के कोषाध्यक्ष पद पर आसीन हैं। श्री नरेंद्र सिंह राणा जी। पूज्य श्री महाराज ने यहां एक संस्कृत विद्यालय व वेद – पाठशाला व गौशाला – देवालय का निर्माण करवाया है। गंगा मैया की पवित्र लहरों से सम्मोहित यह धरा अत्यंत ही आनंद प्रदान करती है। जब कलयुग का विकार मन में हिलौरें उत्पन्न करें, तब यहां की अटारिओं पर बैठकर विकार नष्ट हो जाते हैं। सुरम्य वातावरण से सुसज्जित हैं। जिसमें छात्रों हेतु आवास परिसर के साथ ही शिक्षा की पूर्ण निशुल्क व्यवस्था है। तथा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम द्वारा स्थापित कोटेश्वर भगवान का दिव्व मंदिर है।