• अनादि काल से संप्राप्त ज्ञानविज्ञानमयी शास्त्र परंपरा के संवाहक ऋषियों मुनियों गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता अभिव्यक्त करने का अप्रतिम पर्व है – गुरु पूर्णिमा ।
  • तीन ऋणों में से प्रमुखतम एक ऋषि ऋण से उऋण होने का दिवस है गुरु पूर्णिमा।
  • ईश्वरीय चेतना को गुरु परंपरा के द्वारा आत्मसात् करने का कल्याणमय पर्व है – व्यास पूर्णिमा।
  • ज्ञाताज्ञात पापों के परिमार्जन की विधि बोध कराने वाला पर्व है – व्यास पूर्णिमा ।