श्री धर्मसंघ कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, भादरा, राजस्थान

भारतवर्ष की प्राण भूता मारवाड़ भूमि को संतों/सूरों एवं संस्कृति को कोटीशः बंदन करते हुए हनुमानगढ़ जनपद की तहसील भादरा की ओर चले। जहां आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र, पर्यावरण संरक्षण केंद्र, विप्रसंतगौचरणभूमि से सिञ्चित यह पावनतम स्थली तथा वहां के भद्रपद पुरुषों के मन में बसी यह दिव्य धरा पूज्य श्री प्रबल जी महाराज की कुटिया के नाम से जानी मानी जाती है। जहां नित्य निरंतर शिक्षा संस्कार व साधना पर विशेष बल दिया जाता है।

धर्मसम्राट स्वामी श्री करपात्री स्मृति कीर्ति संस्थानम – वेदपाठशाला, शिवकुटी प्रयागराज

भगवती जान्हवी मां गंगा भागीरथी की गोद में वसी यह दिव्य स्थली शिवकुटी तीर्थराज प्रयाग राज है। तथा पूज्य श्री प्रबल जी महाराज प्रतिवर्ष तीर्थराज प्रयाग का कल्पवास सेवन करने हेतु अवश्य पधारतें हैं।

अन्नपूर्णा शक्तिपीठ ,बृजघाट

गंगा मैया की पावन तलहटी में बसी छोटी सी पुण्यमयी नगरी बृजघाट है।शास्त्रों में बहुधा गढ़मुक्तेश्वर नाम से व्यवहार किया जाता है।परम वन्दनीय अनंतश्री विभूषित 1008 स्वामी श्री राघवाश्रम जी महाराज की तपस्थली कर्मस्थली व महाराजश्री संस्थाके आजीवन संस्थापक अध्यक्ष पद पर सुशोभित रहे।

दण्डी स्वामी श्री विष्णु आश्रम वेद संस्थान, विहार घाट

इसी क्रम में यह आपका भवन संस्कारशाला भवन होगा ! जिसमें 16 संस्कारों को 1 वर्ष में सिखाया जाएगा व् प्रशिक्षित विद्वानों को समाज में उतार कर 16 संस्कारों पर विशेष बल डालकर संस्कार संपादित कराए जाएंगे ! अपने को संस्कार संपन्न करने का शुभावसर है ! आए हम सब मिलकर ट्रस्ट को कार्य में हाथ बटांए !