पीठाधीश्वर पूज्य श्री गुण प्रकाश चैतन्य जी महाराज
भारत की अशक्त सशक्त युवापीढ़ी को समर्थ व शक्तिशाली बनाने में अथक परिश्रमी युवासन्त श्रद्धेय प्रवर अनंतश्री 1008 डॉ गुण प्रकाश चैतन्य जी महाराज ।
बाल्यकाल से विरक्त,भौतिक शिक्षा में परम चरम को स्पर्शकर आज विलुप्त सनातन धर्म की शिक्षा प्रदान कर रहे है।
वेदों की ऋचाओ में नव नवान्वेषण,यज्ञ संस्कृति से समूचे विश्व को लाभ, 16 संस्कारों पर प्रशिक्षण, गौ माँ की सेवा, वेदों का निरंतर स्वाध्याय हेतु पाठशाला, प्रकृति की सेवा महाराजश्री कर व करवा रहे है।
मात्र संस्कारवान जीव ही प्रकृति गो विप्र साधु कुलपरंपरा व समाज का कल्याण कर सकता है।
धर्मसम्राट जी महाराज,यज्ञ सम्राट जी महाराजश्री के संकल्प को पूर्ण करना ही आपश्री का ध्येय है।।
आप ही के मार्ग निर्देशन में अनेक संस्थाएं प्रगति पथ पर अग्रसर हैं ! शिक्षा – चिकित्सा – वैदिक – संस्कृति – यज्ञ गौ – संत ब्राह्मण प्रकृति का संरक्षण संवर्धन महाराज श्री के आशीर्वाद से हो रहा है !